Friday, May 14, 2010
Issue No: SPCL-2415-H
Language: Hindi
Author: Sanjay Gupta/Tarun Kumar Wahi
Penciler: Hemant
Inker: Gaurav
Colorist: Shadaab
Pages: 48
Shikata ga nai यानि कुछ नहीं किया जा सकता. द्वित्य विश्व युद्ध के पश्चात allied forces के जापान पर कब्जे के बाद हर जापान वासी यही निराशावादी वचन बोलने लगा था. इसका मुहतोड़ जवाब देने के लिए जापान के धार्मिक संगठन ॐ के गुरु कोशिमासा ने बनाये विध्वंसक हथियार. अमेरिका पर हो गया हमला शुरू. क्या इस बार ख़तम होगा अमेरिका या फिर होगा तीसरा विश्वयुद्ध? क्या नागराज शान्तिप्रिये जापान को एक आतंकवादी देश बनने से रोक पायेगा?
http://hotfile.com/dl/45418882/921b572/ShikataGaNaiFromMay2010SetPresentedByHeart.pdf.html
http://freakshare.net/files/3o984qbh/ShikataGaNaiFromMay2010SetPresentedByHeart.pdf.html
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Labels: Nagraj, RC : Set 04 of 2010, World Terrorism Series