Friday, May 28, 2010

Format: Printed
Issue No: SPCL-2398-H
Language: Hindi
Author: Tarun Kumar Wahi
Penciler: Nitin Mishra
Inker: Sagar Thapa
Colorist: Shadab
Pages: 48

सृष्टि के निर्माण के साथ ही निर्माण हुआ राक्षस, दैत्य, देवता व अन्य प्राणियों का. सृष्टि को सुचारू रूप से चलाने के लिए स्थापना की गई स्वर्ग की. स्वर्ग के संचालन के लिए चुना गया देवताओं को किन्तु दैत्यों को यह गवांरा नहीं. टकराव के लिए भुजाएं फड़कने लगी हैं. कौन बनेगा स्वर्ग पात्र?