Saturday, May 08, 2010

Format: Printed
Issue No: SPCL-2428-H
Language: Hindi
Author: Vivek Mohan
Penciler: Narayan
Inker: Narayan
Colorist: Basant Panda
Pages: 24

महात्मा कालदूत के तीन रूपों में से एक विषया. भविष्य का कालकूट विषधारक इच्छाधारी मान्त्रिक सर्प. भविष्य के एक ऐसे रक्षक की कहानी जो अपने कर्तव्य को भावनाओं से ऊपर रखता है. नागलोक को संकट से बचाने के लिए अपने प्रेम का त्याग कर दिया उसने. इसी कारण उसका प्रेम उसके लिए विष बन गया. किन्तु इस रक्षक को कोई प्रलय भी नहीं रोक सकती.अपनी ही प्रेमिका की खिंची हुई प्रत्यंचा को भी ललकार कर चल दिया हे विषया.